आज के समय में नई-नई टेक्नोलॉजी की उत्पत्ति होती जा रही है जो मानव जीवन के लिए बहुत जरूरी हो गई है इन टेक्नोलॉजी की मदद से इंसान अपने कामों को आसानी से कर सकता है ऐसी ही कुछ टेक्नोलॉजी है जिनको Virtual Reality, Augmented Reality, Mixed Reality और Extended Reality कहा जाता है, आप लोगों ने इनके बारे में जरूर सुना होगा और शायद ही आप इसके बारे में जानते हो तो मैं आपको इनके बारे में बताने की कोशिश करता हूं कि ये होती क्या है और काम कैसे करती है
Virtual Reality and Augmented Reality
Virtual Reality को VR भी बोला जाता है जिसमें कंप्यूटर के द्वारा Simulation किया जाता है जिससे कोई व्यक्ति 3 Dimensional वातावरण से जुड़ सकता है ये सब इलेक्ट्रॉनिक रूप से किया जाता है, इसमें कुछ खास तरह के चश्मे होते हैं जिनमें स्क्रीन और सेंसर लगे होते हैं,जिससे Simulated बनावटी वातावरण में यूजर को बिल्कुल सच जैसा ही लगता है
Augmented Reality Virtual Reality से बिलकुल अलग होती है क्योंकि AR रियल दुनिया को ज्यादा दिखाता है इसमें किसी भी वातावरण में डिजिटली किसी भी सामान को कहीं प्लांट किया जाता है जिससे उसके लुक से लेकर हर चीज बदल जाती है
What is Virtual Reality How it works
Virtual Reality एक ऐसा Concept होता है जिसमें आपको हैंडसेट पहना दिया जाता है जिससे आपको ऐसा लगता है जैसे आप किसी और दुनिया में आ गए है पर ऐसा नहीं होता है जैसे अगर आप अभी हैंडसेट पहन लेते हैं और हैंडसेट में आपने अगर ताजमहल की इमेज सूट कर रखी है तो आपको ऐसा लगेगा जैसे आप ताजमहल के सामने खडे हैं, इन्हें चलने के लिए कही से पावर की जरूरत होती है ये पावर आपके फोन से भी ले सकते हैं या फिर दूसरे माध्यम से भी ले सकते हैं
Virtual Reality में आप कहीं नहीं जाते हैं इसमें किसी खास तरह के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता है जिसकी मदद से आपको ऐसा लगता है जैसे आप किसी दूसरी दुनिया में है पर आप वहीं खड़े होते हैं जहां आप पहले खड़े थे, उदाहरण के लिए आज के समय में तो यूट्यूब पर 360 डिग्री की वीडियो बनायी जाती है आप इन हैंडसेट को पहनकर उन्हें आसानी से देख सकते हैं जैसे कोई हेलीकॉप्टर की वीडियो है और अगर आप उसे हैंडसेट पहनकर देख रहे हैं तो आपको ऐसा लगेगा जैसे आप हेलीकॉप्टर में बैठे है पर ऐसा नहीं होता है आप तो केवल वीडियो देख रहे होते हैं
VR टेक्नोलॉजी ज्यादा महंगी नहीं होती है इसमें आपको लेंस वाला मैकनिजम चाहिए होता है बाकी सारा काम आपका फोन कर देता है, VR को इस्तेमाल करने के लिए आपके फोन में जायरोस्कोप का होना बहुत आवश्यक होता है अगर आपके फोन में जायरोस्कोप नहीं है तो ऐसा नहीं है कि आप VR का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे पर अगर आप हैंडसेट को लगाएंगे तो आप केवल यूट्यूब की वीडियो को बड़ी स्क्रीन पर देख पाएंगे जिससे आपको ऐसा लगेगा जैसे आप किसी सिनेमा हॉल में कोई वीडियो देख रहे हैं, इसके अलावा आप VR में कुछ भी नहीं कर पाएंगे
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